न्यूज डेस्क। आज पटना के कारगिल चौक पर भाकपा माले ने तीन विरोधी कृषि कानून को रद्द करने तथा अपने प्रदर्शन को लेकर दिल्ली पहुंचने वाले किसान भाइयों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ पूरे बिहार में विरोध दिवस मनाया।
इसका नेतृत्व भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने किया । उन्होंने कहा आज पूरे देश में एक ही मुद्दा है बीते तीन दिनों से दिल्ली की सीमा को किसानों ने घेर रखा है, मगर मोदी सरकार किसानों से जंग लड़ रही है। आज इस कानून के खिलाफ पूरे भारत के किसान आंदोलन कर रहे हैं, साथ ही उन्होंने कहा आलू प्याज जैसे आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी एवं कालाबाजारी कभी नहीं हो सकती थी लेकिन अब उसके लिए मौजूदा सरकार ने रास्ता खोल रखा है । पूंजीपति किसानों से सस्ता सामान खरीदेंगे और महंगे दर से बेचेंगे। सरकार को चाहिए कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी करें खेती के लागत का डेढ़ गुनी कीमत तय आयोग करें।
मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा यह सरकार किसानों के वोट से ही जीती है और उन्हीं के खिलाफ नियम बना रही है। जिस तरह से किसानों दिल्ली बॉर्डर पर रोका गया है यह संविधान और लोकतंत्र की हत्या है । हरियाणा सरकार भी सड़कों को खोद रखा है, जिससे किसान दिल्ली तक ना पहुंच सके। साथ ही उन्होंने कहा दरअसल यह गलत नीति के खिलाफ यह किसानों का शाहिनबाग खड़ा हो रहा है।