शेखपुरा से सुनील कुमार की रिपोर्ट :
अपनी जीत के प्रति अशस्वत जदयू के विधायक एवम शेखपुरा विधान सभा से एनडीए प्रत्याशी रंधीर कुमार सोनी को इस बार जीत का हैट्रिक बनाने का सपना साकार नही हो पाया।
वे राजद के प्रत्याशी विजय सम्राट से मतगणना के दौरान काफी उतार - चढ़ाव के बाद आखिरकार चुनाव हार गए। मालूम हो कि कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले शेखपुरा विधान सभा सीट से 2010 में मुरारपुर पंचायत के मुखिया रंधीर कुमार सोनी को जदयू ने पहली बार कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे पूर्व सांसद राजो बाबू की पुत्रवधू एवम शेखपुरा सीट से कांग्रेस विधायक सुनीला देवी के विरुद्ध चुनाव मैदान में उतारा।
उक्त चुनाव में सोनी पहली बार नीतीश लहर में जीत का मजा चख कर विधान सभा पहुंचे। पिछले 2015 के चुनाव में जदयू ने उन्हें कांग्रेस , राजद और जदयू गठबंधन के तहत टिकट दिया। उक्त चुनाव में भी वे हम यानि एनडीए उम्मीदवार नरेश साव को पराजित कर दुबारे जीत हासिल की।
उस चुनाव में विजय सम्राट पप्पू यादव की जनतांत्रिक पार्टी के सेम्बल पर चुनाव लड़कर लगभग 18 मत हासिल कर अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई थीम लेकिन इस बार तेजस्वी के तेज के सामने वे महागठबंधन के प्रत्याशी एवम राजद के प्रदेश महासचिव विजय सम्राट के हाथों कांटे के मुकाबले में परास्त हो गए।
इस बार जातीय समीकरण के तहत मजबूत प्रत्याशी सोनी को विभिन्न जातियों के वोटो के बिखराब का खमियाजा और युवा वर्ग के विरोध भुगतना पड़ा।