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सीमायी प्रखंड लदनियां में हुआ मिथिला पेंटिंग प्रशिक्षण केन्द्र का उद्घाटन



मधुबनी- लदनियां से हरिश्चन्द्र यादव की रिपोर्ट
लदनियां प्रखंड के कृण्णदेव नगर स्थित केडीए स्कूल भवन में रविवार को मिथिला पेंटिंग प्रशिक्षण का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। उद्घाटन पंडित शांतिनाथ झा, कविवर डॉ. महेन्द्र नारायण राम, आयोजक आनंद कुमार, कम्युनिस्ट नेता उमेश घोष, पंडित मायाकान्त, कवि सुमनजी ने संयुक्त रूप से किया।

 आयोजक की ओर से अतिथियों का स्वागत पाग व दोपटा से किया गया। मौके पर उपस्थित प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने मिथिला पेंटिंग को भारतीय संस्कृति की पहचान बताया। कविवर श्री राम ने कहा कि हमारी ग्रामीण महिलाएं पर्व व त्योहारों के अवसर पर आंगन व दीवारों में विभिन्न रंगों में सांस्कृतिक महत्व की वृत्यात्मक चित्रकारिता करती आयी हैं, आज उनके परिमार्जित रूप को विश्व क्षितिज पर पहचान मिलती दिख रही है। 


अरिपन से कोहवर तक की लिखिया में ये सारी बातें झलकती हैं, जो हमारे सामाजिक सरोकार में जीवंत हैं। प्रशिक्षक राकेश कुमार ने कहा कि एक महीने के मुफ्त प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया है, जिसमें 70 कन्या व महिला प्रशिक्षु शामिल हैं। प्रशिक्षण की व्यवस्था ऑनलाइन की गयी है। स्कूल के निदेशक सह इस कार्यक्रम के आयोजक आनंद कुमार ने अपने समापन भाषण में कहा कि मिथिला पेंटिंग मधुबनी से सटे कुछ गांवों में सिमटकर रह गई थी, जिसे सीमायी क्षेत्र के गांवों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।