सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला आया है। जिसमें कोर्ट ने साफ कहा सीबीआई खुद पूरी मामले की जांच करेगी, मुंबई पुलिस को सहयोग करने का आदेश दिया गया है। साथ ही बिहार में जो एफआईआर दर्ज की गई थी वह सही थी। अब कटघरे में मुंबई पुलिस आ गई है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा है कि आगे यदि कोई भी एफ आई आर इस मामले में दर्ज हुई तो सीबीआई उसे भी देखेगी। इसके इलावा कोर्ट ने कहा बिहार को एफआईआर दर्ज करने का अधिकार है।
इस फैसले से सुशांत के घरवालों के साथ साथ उनके फैंस में खुशी की लहर है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आते ही सुशांत की बहन श्वेता सिंह कृति ने ट्वीट करते हुए लिखा "जीत और निष्पक्ष जांच की दिशा में पहला कदम।" कंगना रावत ने इसे मानवता की जीत बताया है।
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा
इधर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा मैं बहुत खुश हूं। यह अन्याय के विरुद्ध न्याय की जीत है ।सर्वोच्च न्यायालय ने प्रमाणित कर दिया कि हम लोगों ने जो स्टैंड लिया वह सही था । कुछ लोगों को बेचैनी थी और छटपटाहट रही होगी कि कहीं उनकी पोल ना खुल जाए। उन्होंने कहा कि नतीजा आएगा निश्चिंत आएगा क्योंकि यह केवल एक आदमी की लड़ाई नहीं है, एक परिवार की लड़ाई नहीं है, गुप्तेश्वर पांडे की कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है यह हिंदुस्तान की 130 करोड़ जनता जो न्याय चाहती है उसकी लड़ाई है। साथ ही उन्होंने कहा मुंबई पुलिस ने क्या किया यह सब ने देखा रात को हमारी अफसर को क्वारंटीन किया गया। हमें जांच नहीं करने दिया गया। हम पर आरोप लगाए जा रहे थे।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस फैसले के बाद कहा बिहार में जो कुछ भी किया गया संवैधानिक और कानूनी तरीके से किया गया। आज तो माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद यह स्पष्ट हो गया कि बिहार में जो भी कार्रवाई की गई सही थी न्याय संगत थी। हमें विश्वास है कि पूरे तौर पर न्याय मिलेगा।
सुशांत के पिता के वकील विकास सिंह ने कहा
उधर सुशांत के पिता के वकील विकास सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में साफ किया है कि बिहार सरकार सीबीआई जांच के लिए केस रेफर करने के लिए सक्षम है। पटना में दर्ज केस वैध है।