न्यूज़ डेस्क। कोरोना काल में बिहार की जनता पहले ही सरकारी अस्पताल के भरोसे बैठी है ऐसे में अस्पताल में नर्सों का हड़ताल पर चले जाना और भी परेशानी पैदा करता है। हम बात कर रहे हैं पटना एम्स की जहां एक साथ 400 नर्सों ने हड़ताल कर रखा है । इनकी कहना है कि इनको नौकरी में सुरक्षा मिले, वेतन में बढ़ोतरी हो, हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा मिले तथा साथ ही साथ स्थायी कर्मचारियों की तरह छुट्टी मिले समेत कई मांग की गई है।
उधर एम्स प्रशासन का दावा है कि उन्होंने नर्सों की कुछ मांगों को मान लिया है। प्रशासन लगातार इन लोगों से बात भी कर रहा है पर इसके बावजूद नर्सों ने हड़ताल जारी रखी है।
दूसरी और पटना के एनएमसीएच में भी जूनियर डॉक्टरों एवं नर्सों ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का घेराव किया तथा नारे लगाए। आखिरकार विपक्षी पार्टियों के विरोध के बाद स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे आज पीपीई किट पहल कर एनएमसीएच का दौरा किया। यहां कोरोना मरीजों के इलाज को लेकर की गई व्यवस्था का भी निरीक्षण किया एवम् कोरोना वार्ड में जा कर यहां भर्ती मरीजों का भी हालचाल पूछा।
वहीं शहर के चितकोहरा में आइसा और माले कार्यकर्ताओं ने भी राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे की बर्खास्तगी की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन करते दिखे। इनका कहना है आज बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है इसी को देखते हुए इन लोगों ने स्वास्थ्य मंत्री का इस्तीफा की मांग की है।